006
06.मेंबर बनने के बाद आगे क्या करना है।
किसी भी मेंबर की कोई समस्या होने पर उसका अधिकतम सहयोग सभी सदस्यों द्वारा किया जाना है
मेंबर बनने के बाद आप जितने नये मेंबर बनायेंगे उतना ज्यादा आगे आपको विभिन्न लाभ होंगे विभिन्न कमेटियां बनाई जानी है उसमें आपकी योग्यता, क्षमता और सुविधा के अनुसार कार्य कर सकते हैं जिसमें जरुरत के अनुसार भुगतान किया जायेगा।
आप अपने मोबाइल ग्रुप के सदस्यों को अपने अंडर में सदस्य बनायें और वह सभी लोग अपने मोबाइल ग्रुप में नये सदस्य बनायेंगे।
यदि आप स्वयं अपने ग्रुप के सदस्यों से बात करने में झिझकते हैं तो आप अपने ग्रुप के नाम व नंबर हमें हमारी ईमेल
jagrathindusangh@gmail.com
पर भेजें हमारे सदस्य उन्हें आपके अंडर में जोड़ने के लिए उनको व्हाट्सएप करेंगे।
हमारे विभिन्न लक्ष्य सामने है जिसमें यदि आप कुछ सहयोग करने में सक्षम हैं तो ईमेल पर सूचित करें।
हिन्दू केबीसी,
हिन्दू वेटिकन सिटी,
हिन्दू एनर्जी,
हिन्दू बैतुलमाल,
हिन्दू वक्फ
इन्श्योरेन्स
और वो नये तमाम स्टार्ट अप जिनका सपना आपने देखा हो उसमें हम आपको सहयोग करेंगे।
सभी सदस्यों की इनमें बराबर की भागीदारी होगी।
हमें किसी को नुक्सान नहीं करना है
कोई राजनीति नहीं करनी है
फालतू बयान बाजी नहीं करना है
हमें अपने लोगों को सशक्त करना है जिसमें पहला है आर्थिक व अच्छे संस्कार।
अच्छे संस्कार व धर्म ज्ञान के लिए हिन्दू केबीसी तैयारी चल रही है शीघ्र ही सामने आयेगा।
जैसे मुस्लिम लोग जकात निकलते हैं और वही पैसा बांटा जाता है
पत्थरबाजी करने वालों में,
लवजिहाद में,
भूमि जिहाद में,
धर्म परिवर्तन में,
ज्यादा बच्चे पैदा करने में।
इसका मुकाबला हमें करना है, लेकिन कैसे करेंगे।
अंबानी, अडानी, बिड़ला आदि करोड़पति हैं लेकिन वह सिर्फ 1 बार दे सकते हैं हर रोज नहीं। वर्ना कानूनी कार्यवाही हो जाएगी।
उन सबके विदेशों में घर है जब यहां गजवाहिंद बन जायेगा तो यह सब वहां चले जायेंगे।
हम आप नहीं जा पायेंगे।
उस स्थिति के लिए तैयारी कौन करेगा।
वही हिन्दू जो विदेश में नहीं जा सकता।
जो आज जाग्रत होकर संगठित होगा।
तो आज से ही तैयारी करनी होगी।
मैं बहुत योग्य नहीं हूं,
हो सकता है मेरी सोच व रास्ता गलत हो और आपके पास कोई अच्छी सार्थक योजना हो तो हमें भी बताएं संगठन फार्म में लिखें।
यही सब बातें जानने समझने का समय आज है लेकिन कल नहीं बचेगा।
आज हर हाथ में मोबाइल
इस फार्म को भरने से संगठन बनेगा
एक ईमेल आईडी पर।
इसका पहला लाभ होगा कि हम एक विचार के लोग अपने शहर व एरिया में और पूरे देश में संगठित हो जायेंगे।
Comments
Post a Comment